इंसान एक नाम के लिये क्या कुछ नहीं करता हर इंसान चाहता है कि उसके मरने के बाद भी लोग उसके नाम को याद रखें। लेकिन नाम बनाने के लिये जीवन में क्या क्या जतन नहीं करने पडते। लेकिन लाखों लोगों का नाम इस धरती ही नहीं बल्कि मंगल पर अमर होने जा रहा है। नासा जो कि अमेरिकी स्पेस एंजेसी है उसने एक नयी मुहिम को अमलीजामा पहनाया है जिसके अर्न्तगत दूनिया भर के लाखों लोगों का नाम मंगल ग्रह पर भेजा जायेगा। इसके लिये भारत से भी लाखों लोगों ने इसके लिये रजिस्ट्रेषन करवाया था। अगले वर्ष नासा का यह स्पेस विमान इन सभी नामों को लेकर मंगल के लिये उडान भरेगा।
दुनिया भर से 24 लाख लोगों ने कराया है रजिस्ट्रेषन
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा दुनिया भर से अपने मिषन के अर्न्तगत 24 लाख लोगों के नाम मंगल ग्रह पर भेजेगी। नासा ने इस मिषन का नाम इनसाइट रखा है। इस मिषन के लिये भारत से भी 1 लाख 38 हजार भारतीयों ने इसके लिये रजिस्ट्रेषन करवाया था। इसके लिये जो राकेट भेजा जायेगा वह 5 मइ 2018 को लान्च होगा और 26 नवंबर को मंगल ग्रह पर पहॅुचेगा। इस मिषन के लिये दूनिया भर से 24 लाख 29 हजार 807 लोगों ने रजिस्ट्रेषन करवाया था। इस मिषन में सबसे ज्यादा अमेरिका से 6 लाख 76 हजार, दूसरे नम्बर पर चीन से 2 लाख 62 हजार और तीसरे नम्बर पर भारत से 1 लाख 38 हजार लोगों ने इसके लिये रजिस्ट्रेषन करवाया था।
सिलिकान चिप पर भेजे जायेगें नाम
इस मिषन के तहत जिन भी लोगों ने रजिस्ट्रेषन करवाया है उनके नाम एक सिलिकॉन चिप पर इलेक्ट्रान बीम की मदद से उकेरे जायेगें। यह नाम इतने महिन है कि इन्हें आप नंगी आंखो से नहीं देख सकते। यह बाल के हजारवें हिस्से से भी बारिक होगें। इन सभी नामों को सिलिकॉन चिप पर दर्ज करने के बाद इन्हें नासा के एक स्पेसक्राफ्ट के जरिये मंगल ग्रह पर भेजें जायेगें।
720 दिन का है यह मिषन
नासा चाहे इस मिषन के लिये केवल लोगों के नाम भेज रहा हो लेकिन उसने बकायदा उन लोगों को बोर्डिग पास जारि किये है। साथ ही साथ नासा ने इस मिषन पर जूडने के लिये सभी लोगों को धन्यवाद भी दिया है। इनसाइट मिषन के तहत मंगल ग्रह से जूडी जानकारियॉ इकट्ठी करना है। यह मिषन 720 दिन का होगा। नासा इससे पहले भी वर्ष 2015 में स्पेस में भेजने के लिये 8 लाख 27 हजार लोगों के नाम रजिस्टर कर चुका है।