duniya ka sabse bada thag gregore mecgregore
भगवान ने सबको दिमाग दिया है कुछ लोग उसका इस्तेमाल अच्छे कामों में करते है तो कुछ अपना दिमाग गलत कामां में लगाते है या यु कहें कि लोगों को ठगने में लगाते है। ठगने की विद्या युॅ तो बहुत पुरानी है जिसमें अक्लमंद व्यक्ति अपनी चतुराई से लोगों को ठगकर उनका धन एेंठता है। आज हम आपको दुनिया के सबसे बडे ठग के बारे में बताने जा रहे है। अगर आपके जहन में चार्ल्स शोभराज का नाम आ रहा तो थोडा रूकिये हम उससे भी बडे ठग की बात कर रहे है। हम जिस ठग की बात कर रहे है उसने अपनी ठग विद्या से पूरे का पूरा देश ही बेच डाला था जबकि उस देश का दुनिया में कहीं नामोनिशान भी नहीं था। तो आईये जानते है कौन है वह महान ठग।
ब्रिटिश सेना में था शामिल
दुनिया का वह सबसे शातिर ठग ब्रिटेन का निवासी था और उसका नाम था ग्रेगोर मैक्ग्रेगोर। वह ब्रिटेन की सेना में कार्यरत था और 1820 में अमेरिका की जंग में उसने ब्रिटिश सेना की ओर से हिस्सा लिया था। 1820 में जब ब्रिटिश सेना अमेरिका से लौटी तो उनके साथ ग्रेगोर भी वापस आया। ग्रेगोर बोलने में माहिर था उसने अमेरिका की जंग में अपनी बहादुरी के किस्से सुनाये। उसने साथ ही लोगों को यह भी बताया कि वहां पर एक खुबसुरत देश है जिसमें चारों ओर हरियाली है जहां का मौसम बडा खुशनुमा है। बारह महीने उस देश में खेती होती है और वहां की नदी में सोने के पत्थर तैरते है।
लोगों को मना लिया था इन्वेस्ट करने के लिये
लोगों को ग्रेगोर की बातें सुनकर बडा अचरज होता लेकिन उसका कहने का अंदाज ऐसा था कि सब उसकी बातों पर विश्वास कर लेते थे। लोगों को यह पता नहीं था जिस देश के बारे में वह बात कर रहा है ऐसा कोई देश दुनिया में है ही नहीं। अपनी बातों पर लोगों को यकीन करता देख ग्रेगोर ने लोगों को ठगने का एक चतुर प्लान बना लिया था। उसने लोगों को अपने उस काल्पनिक देश का नाम बताया पोयाज। उसने बताया कि रहने के लिहाज से वह सबसे अच्छा देश होगा। उसने लोगां का कहा कि अगर हम उस देश में थोडा इन्वेस्टमेंट करें तो वह धरती पर स्वर्ग जैसा होगा। अपने प्लान के लिये ग्रेगोर ने इंटरव्यु दिये और ब्रोशर भी छपवाये।
लाखों डॉलर ठगे थे लोगों से
ग्रेगोर ने लोगों के यकीन को ओर मजबुत करने के लिये उस काल्पनिक देश की करेंसी भी छपवा ली। लोगों को उसकी बातों पर यकीन हो गया और उस देश में जमीन खरीदने के लिये ब्रिटिश नागरिकों ने उसे पैसे दिये। उस जमाने में उसके पास 2,00,000 डॉलर इकट्ठे हो गये। उसने लोगों को वहां ले जाने के लिये 7 जहाज भी तैयार करवा दिये। लेकिन जब उस काल्पनिक देश पोयाज के लिये वे जहाज रवाना हुये तो ग्रेगोर उन जहाजों में सवार नहीं हुआ। बल्कि वह पैसे लेकर फरार हो गया और फ्रांस चला गया।
इस वजह से हो गया था बरी
फ्रांस जाकर भी उसने फ्रांस के लोगों को भी उसी तरह से मूर्ख बनाने का प्लान तैयार किया। लेकिन लोगों को ठगने से पहले ही उसका भांडा फुट गया और उसकी असलियत लोगों के सामने आ गयी। उसके खिलाफ केस हुये और उसे जेल भेज दिया गया। ग्रेगोर ने उच्च न्यायालय में अपील की। बेशक वह ठग था लेकिन वह एक बहादुर सैनिक भी था और वेनेजुएला में हुये युद्ध उसने वीरता दिखायी थी जिसकी वजह से उसे बरी कर दिया गया और वेनेजुएला आर्मी ने उसे सम्मानित किया।